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शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं? और कैसे कमाए, सबसे आसान तरीका

share market main paisa kaise lagaye
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दोस्तों, क्या आप जानते है आज के डिजिटल युग में शेयर मार्किट में पैसा निवेश करना बहुत ही आसान हो चूका है पर उसके बाद भी आपके मन में ये सवाल आ रहा होगा की शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं?

तो आप एक दम ठीक लेख पर आये है, इसमें आपको शेयर मार्किट से जुडी सभी चीजे बताऊंगा।

स्टॉक मार्केट: दोस्तों सबसे पहले आपको यह समझना बहुत जरूरी है की स्टॉक मार्किट किसको बोला जाता है, स्टॉक मार्किट का सीधा और सरल मतलब यह है की यहाँ 5000+ से अधिक कंपनी लिस्टेड है जिनमे आप और मैं बहुत ही आसानी से पैसा लगा सकते है।

शेयर बाजार में एक सरल अवधारणा पर काम होता है जिसको हम मांग और पूर्ति के द्वारा समझते है।

वित्तीय वृद्धि के लिए शेयर बाजार में निवेश का महत्व: दोस्तो, आप लोग शेयर बाजार का महत्व तो समझते ही होंगे, अगर नहीं समझते है, तो मैं बताता हूँ की आखिर अपने पैसे लगाने के लिए शेयर बाजार ही क्यों, शेयर बाजार वह जगह है

जहा आप आम तौर पर बचत खाता से अधिक ब्याज प्राप्त करते है, क्योकि रिपोर्ट्स के मुताबिक शेयर बाजार सालाना 10-12% वृद्धि से बढ़ता है।

और वही उसके विपरीत बचत खाता जिसमे आपको सालाना 5-6% की वृद्धि प्राप्त होती है, यह भी एक प्रमुख कारण है जिस वजह से निवेशको जुखाव शेयर बाजार की और अधिक रहता है, आप लोग भी बहुत आसानी के साथ शेयर मार्केट में पैसा लगाकर अच्छा पैसा कमा सकते है।

शेयर मार्केट क्या है?

दोस्तों, शेयर बाजार वह जगह है जहाँ कंपनियों के शेयर और अन्य वित्तीय साधन खरीदे और बेचे जाते हैं। अपने व्यापार को सही ढंग से चलाने हेतु जब कंपनी को निवेश राशि की जरुरत होती है, तब वह उसको शेयर के रूप में सार्वजनिक तौर पर बेचती है, जिसमे इच्छुक निवेशक अपनी अनुसार शेयर खरीदते है

और जब कंपनी को अच्छी ग्रोथ और प्रॉफिट होता है, तो कंपनी की वैल्यू बढ़ जाती है, तब उस कंपनी में निवेशित निवेश राशि की भी कीमत बढ़ जाती है, फिर निवेशक अपने अनुसार उस शेयर को शेयर मार्किट में बेच कर उस पर लाभ अर्जित करता है

Share: जब कोई कंपनी शेयर जारी करती है, तो वह पूंजी जुटाने के लिए अपने हिस्से बेचती है। शेयर खरीदना कंपनी में स्वामित्व की एक एकल इकाई है।

Stocks: स्टॉक किसी कंपनी के स्वामित्व में हिस्सेदारी को दर्शाता है, जिसमें कंपनी की आय और परिसंपत्तियों पर दावा शामिल है।

Equity: इक्विटी बस किसी कंपनी में निवेशक की हिस्सेदारी का मूल्य है। जिसका सीधा सा अर्थ है की आपके पास जो शेयर है, उसमे उसका मूल्य होगा वही equity होती है।

स्टॉक एक्सचेंज:

स्टॉक एक्सचेंज वह जगह है या वो बिल्डिंग है जहा लोग कंपनी के शेयर खरीदते और बेचते है जिसमे कुछ नियमों और विनियमों का पालन करते हुए शेयर प्रतिभूतियों की नीलामी की जाती है। शेयर मार्केट में कारोबार की जाने वाली शेयर्स को वहां Listed कराना होता है।

भारत के पास दो स्टॉक एक्सचेंज है: 1. BSE (Bombay Stock Exchange), 2. NSE (National Stock Exchange)

BSE: बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज में भारत की कुल 5300+ कंपनी लिस्टेड है, जिनमे रोज खरीदारी व बिक्री होती है।

NSE: नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भारत की कुल 2100+ कंपनी लिस्टेड है, जिनमे रोज खरीदारी व बिक्री होती है।

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं? Share market mein paisa kaise lagaen

निवेश शुरू करने के लिए शुरुआती कदम (Initial steps to start investing)

दोस्तों, आपको अपनी निवेश की शुरुवात करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण कार्य है उनको करना होता है, जिसके बाद आप बहुत ही आसानी से शेयर बाजार में पैसा लगा सकते है, निचे मैंने कुछ जरुरी स्टेप्स बताये है उनको देखे:

start investing through these steps

Step 1.) ब्रोकर का चयन (Selecting a broker)

दोस्तों, आप और मैं एक रिटेलर है जो डायरेक्ट शेयर बाजार में पैसे निवेश नहीं कर सकते है इसके लिए हमको एक स्टॉक ब्रोकर की जरुरत होती है, अब यह ब्रोकर हमारा बैंक भी हो सकता है या कोई थर्ड पार्टी app या कोई अन्य प्लेटफार्म भी हो सकता है।

यदि आप अपने बैंक को ब्रोकर के रूप में इस्तेमाल करना चाहते है तो कर सकते है परन्तु इसमें शुल्क अधिक लगता है जो की आपके निवेशित राशी पर 1% तक भी जा सकता है।

और यदि आप मेरी तरह किसी थर्ड पार्टी app में ब्रोकर अकाउंट लोगे तो आपका जो शुल्क होगा वह बैंक के मुकाबले कम होगा जो की 0.1% तक हो सकता है।

Step 2.) Opening a Demat and trading account

दोस्तों, मैं आप लोगो को बताना चाहूँगा की आप शेयर बाजार में पैसे लगाने के लिए एक अलग देमत अकाउंट बनता है जो किसी भी ब्रोकर app के साथ बनवा सकते हो, कुछ app ओपेंनिंग फीस नहीं लेते है और कुछ ब्रोकिंग app फीस चार्ज करती है, मैं निचे कुछ app की लिस्ट दे रहा हूँ।

जिनके साथ आप अपना डीमेट एंड ट्रेडिंग अकाउंट खुलवा सकते हो बिना किसी झंझट के और तो और यह अकाउंट आपका घर बैठे ही बन जायेगा कुछ ही मिनटों में, मेरे पास दो app में अकाउंट है 1. Zerodha और 2. Groww

  • Zerodha Kite
  • Groww
  • Upstox
  • Dhan
  • Axis

डिमैट अकाउंट खुलवाने के लिए जरुरी दस्तावेज

  • आधार कार्ड
  • मोबाइल नंबर
  • पैन कार्ड
  • बैंक अकाउंट की जानकारी
  • ईमेल आईडी
  • नॉमिनी के लिए किसी रिश्तेदार का पहचान कार्ड या आधार कार्ड

Step 3.) Researching and selecting stocks

दोस्तों, जब आप अपना डिमैट खाता खुलवा लेते है उसके बाद आपको अपने निवेश के लिए सबसे सुरक्षित शेयर की पहचान करनी होती है, जो की आप धीरे धीरे सिख जायोगे उसके बाद जब आप अपने लिए अच्छे स्टॉक खोजना शुरू करोगे तो आपको केवल स्टॉक के नाम को देख कर उसमे निवेश नहीं बनाना है।

निवेश करने से पहले आपको कंपनी का काम, ग्रोथ, मार्किट कैपिटल, इन हैण्ड कैश, ROE और डिविडेंड जैसी सभी चीजो की खोज करके, उसका लिस्ट बना लीजिये, उसके बाद फंडामेंटल और टेक्निकल पॉइंट्स को देखे, तब जाके उस स्टॉक को सेलेक्ट करे अपने निवेश के लिए।

शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं और कैसे कमाए

दोस्तों आप लोग मैंने यह तो बता दिया की शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं, अब यह जान लेते है की शेयर बाजार से पैसे कैसे कमाए, तो इसके सबसे पहले आपको एक अच्छे liquidity वाले शेयर्स में या फिर सुरक्षित में निवेश करना होगा, liquidity से मेरा मतलब यह है की आपको शेयर में अच्छा वॉल्यूम मिलेगा यानि आप बहुत आसानी से शेयर को खरीद व बेच पाएंगे, अब इसका यह मतलब बिकुल नहीं है की आप बिना कुछ सोचे निवेश बनाने लगे।

शेयर बाज़ार से पैसा कमाने के लिए आपको अच्छे शेयर खोजने होंगे, उसके बाद उसमे एक छोटी गिरावट का इंतज़ार कर सकते है उसके बाद निवेश करने पर आपको अधिकतम लाभ मिलेगा इसीलिए आप कभी भी निवेश करने से पहले आप अपने फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरुर ले।

लंबी अवधि बनाम छोटी अवधि का निवेश (Long-term vs. Short-term investment)

दोस्तों मैंने निचे एक टेबल के माध्यम से सभी चीजो को बहुत ही आसान तरीके से समझाने की कोशिश की है, आशा करता हूँ की ये आपके लिए उपयोगी होगा:-

विषयलंबी अवधि का निवेशछोटी अवधि का निवेश
लाभ1 बाजार की उतार-चढ़ाव से कम प्रभावित
2 टैक्स बेनिफिट्स
3 कम्पाउंडिंग से अधिक लाभ
1 तुरंत लाभ प्राप्त करने का मौका
2 कम समय में पैसा वापस पाने का विकल्प
3 मार्केट ट्रेंड्स पर जल्दी प्रतिक्रिया देने का मौका
जोखिम1 निवेश पर रिटर्न की अनिश्चितता
2 समय के साथ जोखिम बढ़ सकता है
3 पैसा लंबे समय के लिए ब्लॉक हो जाता है
1 नुकसान होने की अधिक संभावना
2 तेजी से निर्णय लेने का दबाव
3 बाजार की उतार-चढ़ाव से अधिक प्रभावित
उदाहरण– गोल्ड, रियल एस्टेट, शेयर बाजार में निवेश– स्टॉक्स, कमोडिटीज, म्यूचुअल फंड्स

पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन (Portfolio Diversification)

पोर्टफोलियो विविधता का मतलब है निवेश को अलग-अलग प्रकार की एसेट में फैलाकर निवेश जोखिम को कम करना, जो समय के साथ अलग-अलग प्रदर्शन करते हैं। यह रणनीति जोखिम को कम करती है और आपको भविष्य के बाजार परिवर्तनों के लिए तैयार करती है।

इसका सीधा असर हमारे कुल निवेश पर नहीं पड़ता है, मान लीजिये आपने अपना सारा पैसा एक ही स्टॉक में निवेश कर दिया ऐसे में अगर उस शेयर में गिरावट आएगी तो वह आपके पूर्ण निवेश पर होगी जिससे आपको मेंटल स्ट्रेस बढेगा और निवेश घटेगा, इसीलिए शेयर बाजार में बोला जाता है की सभी पैसे एक ही स्टॉक में निवेश नहीं करना चाहिए।

Importance of diversifying investments

निवेश विविधता का महत्त्व (Importance of diversifying investments)

  1. संतुलित पोर्टफोलियो
  2. दीर्घकालिक स्थिरता
  3. लाभ के अवसर बढ़ाना
  4. भावनात्मक निर्णयों से बचाव
  5. जोखिम कम करना
  6. अवसर का विस्तार

शेयर मार्केट में निवेश के लिए महत्वपूर्ण टिप्स

1. छोटी शुरुआत (Start Small)

दोस्तों छोटी शुरुआत से मेरा यह मतलब है की जब आप शेयर बाजार में पैसा लगाने जा रहे है तो बहुत सोच समझ कर लगाये क्युकी शेयर बाजार जोखिमो के अधीन लेकिन ऐसा नहीं है की यहाँ सबको सिर्फ नुकसान होता है, अगर अच्छा स्टॉक और लम्बी अवधि के लिए आयेंगे तो आप भी अच्छा प्रॉफिट बना सकते है।

मान लीजिये अभी आपने केवल शेयर बाजार में अपनी शुरुआत की है, तो ऐसे में आपके पास जितना भी पैसा है वो सब शेयर बाजार में कभी नहीं लगाना है, आपके पास इमरजेंसी फण्ड को छोरकर जो पैसा बचे उसे आप शेयर मार्किट में लगा सकते है, पर कोशिश कीजिये की जब तक सिख नहीं जाते तब तक केवल छोटी रकम पर सीखे

2. निवेश से पहले जाँच करे (Research thoroughly before investing)

दोस्तों, शेयर मार्किट में कभी भी किसी के द्वारा दी गयी टिप पर निवेश नहीं करना चाहिए, निवेश केवल अपने रिसर्च या फिर आपके फाइनेंसियल एडवाइजर द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार ही निवेश करे।

मान लीजिये आपको किसी ग्रुप या कही से कोई टिप मिली की कोई शेयर है जो अगले हफ्ते तक 50 का उप साइड मूव देगा, अब ऐसे में दो चीजे सामने आती है (1.) टिप के अनुसार अपना पैसा निवेश कर देना (जो की एक बेवकूफी है) (2.) उस स्टॉक के बारे में खुद से रिसर्च करना तथा चीजे देखना की क्या सच में इस स्टॉक में इतनी शक्ति है की अगले हफ्ते इतना बड़ा मूव दे सके।

अब आप खुद से सोचिये और अपने निवेश को अपने अनुसार सही जगह लगाइए क्युकी आज के इस समय में सिखाने वाले कम है और लुटने वाले ज्यादा है, इसीलिए कभी भी शेयर बाजार में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंसियल एडवाइजर की सलाह जरुर ले।

दोस्तों, आप अपनी निवेश के लिए बहुत ही आसानी से एक अच्छा स्टॉक खोज सकते है, जैसे आपने किसी स्टॉक के बारे में पढ़ा या सुना अब आप उस स्टॉक के बारे में ऑनलाइन जानकारी खोजना शुरू कर दीजिये।

जैसे कंपनी कितनी पुराणी है, क्या काम करती है, पिछले कुछ सालो में कितना रिटर्न दिया है, कंपनी के उपर कोई कर्ज तो नहीं है, कंपनी के पास कैश इन हैण्ड कितना है, अब आप सोच रहे होंगे की इतनी सारी जानकारी मिलेगी कहा? यह सब जानकारी एक स्थान पर मिल जाएगी जैसे: screener.in और tradingview.com

बाज़ार के ट्रेंड को समझें (Understand market trends)

market trends in share market

दोस्तों, आप लोग एक चीज बताना चाहूँगा की हमेशा मार्किट में निवेश करने से पहले बाजार का ट्रेंड समझने की कोशिश करे क्युकी अगर मार्किट bearish ट्रेंड में है और आप होल्डिंग बना लेते है तो ऐसे में आपको शुरुवाती तौर पर घाटा दिखाई देने लगेगा, इसीलिए हमेशा मार्किट के ट्रेंड को समझे तब निवेश करे।

1. बुलिश ट्रेंड (Uptrend)

जब किसी स्टॉक या पूरे बाजार की कीमत लगातार ऊपर की ओर बढ़ रही हो, तो उसे बुल्लिश ट्रेंड कहते हैं। इसमें कीमतें उच्चतम स्तर पर और न्यूनतम स्तर पर भी उच्च होती हैं।

  • उदाहरण: यदि किसी स्टॉक की कीमत ₹100 से ₹120 तक जाती है, फिर ₹110 पर वापस आती है, और फिर से ₹130 तक बढ़ जाती है, तो इसे उप ट्रेंड कहा जाएगा।

2. बियरिश ट्रेंड (Downtrend)

जब कीमत लगातार नीचे की ओर गिर रही हो, तो उसे डाउन ट्रेंड कहते हैं। इसमें कीमतें निचले स्तर पर और उच्चतम स्तर पर भी निचली ही होती हैं।

  • उदाहरण: यदि किसी स्टॉक की कीमत ₹100 से ₹80 तक गिरती है, फिर थोड़ी बढ़कर ₹90 तक आती है और फिर ₹70 तक गिर जाती है, तो यह डाउन ट्रेंड कहलाता है।

3. साइडवेज़ या क्षैतिज ट्रेंड (Sideways or Horizontal Trend):

जब कीमत एक ही सीमा के भीतर हो और न तो ऊपर जा रही हो और न ही नीचे, तो इसे साइडवेज़ ट्रेंड कहते हैं। यह ट्रेंड बाजार में स्थिरता या ठहराव को दर्शाता है।

  • उदाहरण: यदि किसी स्टॉक की कीमत कई हफ्तों तक ₹100 और ₹105 के बीच झूलती रहती है, तो इसे साइडवेज़ ट्रेंड कहा जाएगा।

आशा करता हु आपको मार्किट ट्रेंड्स के बारे में समझ आया होगा, यदि कुछ न समझ आया हो तो आप कमेंट करके हम से पूछ सकते है:-

FAQs (शेयर मार्केट में पैसा कैसे लगाएं?)

शेयर मार्केट में कितना पैसा लगा सकते है?

यह पूर्णत निवेशक पर निर्भर है की वह कितने रुपये लगाना चाहता है, जैसे ज्यादातर ब्रोकिंग app आपको कम से कम ₹100 रुपये Add करने देते है यानि ₹100 से लेकर लाख या फिर करोड़ जितना निवेशक चाहे उतना लगा सकता है।

क्या मैं 500 रुपये से शेयर बाजार शुरू कर सकता हूं?

हाँ, आप 500 रुपये से शेयर बाजर शुरू कर सकते है, पर आपको इस पर लाभ बहुत कम मिलेगा परन्तु आप सिखने के लिए इसका उपयोग कर सकते है।

सबसे सुरक्षित शेयर कौन सा है?

भारत में सबसे सुरक्षित शेयर CDSL है, क्युकी यही सभी शेयर को अपने पास डिजिटल रूप में सुरक्षित रखता है।

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